नई दिल्ली: कश्मीर में मंगलवार को आतंकियों ने सेना के जवानों पर ताबड़तोड़ हमले किए. पिछले 24 घंटों मेंं 7 हमले हुए हैं. इस हमले में करीब 13 जवान घायल हुए हैं.
सुरक्षाबलों की मानें तो इन हमलों के पीछे आतंकियों का मकसद अपनी मौजूदगी दर्ज कराना था. पुलिस महानिदेशक एस पी वैद ने बताया कि कि इस बात की खुफिया जानकारी थी कि आतंकवादी 17वें रमजान (आज) और जंग-ए-बदर (इस्लामी इतिहास की पहली जंग) की वर्षगांठ के मौके पर हमले कर सकते हैं, ऐसे में सभी जरूरी ऐहतियाती कदम उठाए गए थे. वैद ने कहा, दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन उनकी हालत खतरे से बाहर है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलवामा जिले के त्राल इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक शिविर पर ग्रेनेड फेंका जिसमें 10 जवान घायल हो गए. दूसरा हमला अनंतनाग जिले में हुआ जहां के अंचीदोरा इलाके में आतंकवादियों ने एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश के आवास पर तैनात सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की. इस घटना में दो जवान घायल हो गए.
पुलिस प्रमुख ने कहा कि आतंकवादियों ने वहां तैनात जवानों से चार राइफलें भी लूट लीं. तीसरा हमला पुलवामा के पदगामपोरा इलाके में सीआरपीएफ के शिविर पर हुआ, हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ. आतंकवादियों ने पुलवामा थाने पर एक ग्रेनेड फेंका, जिसमें एक पुलिसकर्मी को मामूली चोट आई. उत्तरी कश्मीर के सोपोर में आतंकवादियों ने एक और हमला किया, लेकिन इस हमले में कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
इन हमलों को देखते हुए कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक- आतंकियों के कमांडर ने अपने कैडर को हैंड ग्रेनेड बांटे हैं, ताकि वह सीआरपीएफ, सेना और पुलिस के कैंप पर हमला कर सकें.