पटना ब्यूरो/ संजय कुमार : शरद के बागी तेवर से परेशान नीतीश अब जल्द ही नीतीश के कट्टर समर्थक तीन से चार विधायक को पहले नोटिस थमाएंगे और फिर कार्रवाई. बस वो इंतज़ार कर रहे है कांग्रेस में फूट का. दरअसल नीतीश सरकार के पास बहुमत के जादुई आकड़े से सात विधायक ही ज्यादा है, यही वजह है कि शरद और उनके मुख्य सिपहसलाहकर अली अनवर अपने समर्थक विधायकों को ये समझा रहे है कि नीतीश सरकार अब कुछ दिन की ही मेहमान है , लेकिन कांग्रेस में फूट की खबर के बाद जहाँ बागी विधायक अब शरद से दूरी बना रहे है वही नीतीश अब उनपर कार्रवाई का मन बना रहे है.ताकि शरद यादव को सन्देश देने के साथ उन्हें हाशिए पर लाया जा सके.बस इंतज़ार है कांग्रेस के दो फाड़ होने का सूत्रों की माने तो बिहार में कांग्रेस पार्टी के 14 विधायकों ने अलग अनौपचारिक समूह बना लिया है और वो सत्ताधारी जेडी(यू) में शामिल होने की योजना बना रहे हैं। इन्हें बस इंतजार है पार्टी के और चार विधायकों के अपने गुट में आने का ताकि अपनी विधायकी कायम रखने के लिए जरूरी दो-तिहाई आंकड़े का इंतजाम हो जाए। राज्य में कुल 27 कांग्रेस विधायक हैं। ऐसे में पार्टी से अलग होकर भी विधायकी बची रहे, इसके लिए कम-से-कम दो तिहाई यानी 18 विधायकों का एकसाथ टूटना जरूरी है।