इस्लामाबाद :पाकिस्तान के एक अग्रणी समाचार पत्र ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) से देश को होने वाले लाभों के बारे में उठ रहे सवालों के बीच शुक्रवार को परियोजना पर व्यापक चर्चा की अपील की।
डॉन ने एक संपादकीय में लिखा, यह आश्चर्यजनक है कि मुठ्ठी भर लोगों के अलावा (परियोजना के) विस्तृत विवरण के बारे में बेहद कम जानकारी है।
संपादकीय के अनुसार, आम लोग व्यापक बहस के बिना, सीपीईसी के संभावित लाभों के बारे में नहीं जान पाएंगे, कम से कम उस रूप में तो नहीं जैसा हमें बताया जा रहा है।
डॉन ने सीपीईसी के सभी पहलुओं पर खुली बहस की सेना प्रमुख की मांग का स्वागत करते हुए सरकार पर परियोजना से संबंधित महत्वपूर्ण विवरणों का खुलासा नहीं करने का आरोप लगाया, जिनमें वित्त, विशेष आर्थिक क्षेत्र और चीनी कंपनियों को दी जाने वाली छूट शामिल है।
डॉन ने कहा, परियोजना की गहराई और संभावना को देखते हुए खुली बहस जरूरी है ताकि यह विश्वास कायम किया जा सके कि इसे देश और उसके नागरिकों के सर्वश्रेष्ठ हितों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ाया जा रहा है। अभी तक वह विश्वास कायम नहीं हो पाया है।
संपादकीय में परियोजना के लाभकारी प्रभाव की जानकारी दिए जाने की बात कही गई है और पूछा गया है कि क्या इससे असल में पाकिस्तानी लोगों के लिए रोजगार सृजित होगा और इसमें से कितना उनके चीनी समकक्षों द्वारा छीन लिया जाएगा।
समाचार पत्र ने पाकिस्तान सरकार के इस रुख को कि सीपीईसी का शत्रु पाकिस्तान का शत्रु है को बचकाना व्यवहार करार दिया है।