नई दिल्ली/मुंबई : आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से कश्मीर में हिंसा का माहौल के मद्देनजर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर सवाल उठा दिया है. सामना में कहा गया है कि अफजल गुरू को महबूबा ने कश्मीर का स्वतंत्रता सेनानी या क्रांतिकारी मानने की वकालत की थी. ऐसे में शिवसेना ने पूछा है कि कहीं बीजेपी ने महबूबा को कश्मीर घाटी की कमान देकर गलती तो नहीं कर दी है.
इसके साथ ही शिवसेना ने यह भी साफ पूछा है कि महबूबा मुफ्ती मारे गए आतंकी बुरहान वानी के बारे क्या सोचती हैं. साथ ही उनके इतिहास के बारे में भी जिक्र कर दिया गया है. इसके साथ ही पिछले दो दिनों में पाकिस्तान की ओर से आए बयानों को लेकर भी शिवसेना ने सामना में लिखा है. कहा है कि कश्मीर का मामला और उलझ गया है.
सामना में यह भी कहा गया है कि भारत में अमरनाथ यात्रा ही रोक दी गई. इससे दुर्भाग्यपुर्ण क्या हो सकता है. शिवसेना ने कहा है कि घाटी में कानून-व्यवस्था चौपट हो गई है. सेना के जवानों और पुलिस पर हमले हो रहे हैं. शिवेसना ने कहा है कि पीएम मोदी को इस मामले में सख्त फैसला लेने की जरूरत है.
बताते चलें कि कश्मीर में जारी हिंसा और उपद्रव के दौरान सरकार को भी वहां बल प्रयोग करना पड़ा है. इस मामले में अब तक 32 जानें जा चुकी हैं