नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह उनकी सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रही है। इसके बाद भाजपा ने शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली में संवैधानिक संकट के लिए अराजक केजरीवाल जिम्मेदार हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) ने एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह राज्य के मामलों में हस्तक्षेप कर रही है। इसके बाद भाजपा की यह प्रतिक्रिया सामने आई है।
शुक्रवार को पुलिस ने सबूत की तलाश में केजरीवाल के आधिकारिक आवास की तलाशी ली। इस दौरान घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की गई।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, दिल्ली में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया है। इसके लिए सिर्फ और सिर्फ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा, केजरीवाल इससे पहले भी भारत के संविधान की मूल प्रकृति के खिलाफ और अराजकता पर बात कर चुके हैं। वह खुद भी अपने आप को अराजक घोषित कर चुके हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसी अराजक सोच दिल्ली के लिए फायदेमंद साबित नहीं होगी।
आप और केजरीवाल द्वारा हमेशा से केंद्र सरकार पर उन्हें काम न करने देने के आरोप का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, अगर ऐसा है तो दिल्ली के हर चौराहे पर बड़े-बड़े पोस्टरों, बैनरों पर सरकार किन उपलब्धियों का बखान करती है।
पात्रा ने कहा कि आप सरकार केंद्र पर दादागीरी और गुंडागर्दी का आरोप लगाती है। उनके अनुसार मुख्य सचिव को अपने घर बुलाकर आप विधायकों से पिटवाना दादागीरी है या शालीनता..?
यह विवाद तब खड़ा हुआ, जब दिल्ली के मुख्य सचिव ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया कि केजरीवाल के घर पर दो आप विधायकों ने उनके साथ मारपीट की है।