पटना। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन राव भागवत ने कहा है कि देश व समाज के लिए सबकुछ नयौछावर है। देश को जरूरत पड़ी तो तीन दिनों में आरएसएस की सेना तैयार हो जाएगी। रविवार को जिला स्कूल के मैदान में वे स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि संघ एक परिवार है। जिस दिन भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा इसमें सभी पद समाप्त हो जाएंगे। उसके बाद संघ एक परिवार के रूप में काम करता रहेगा।
छह दिन के प्रवास के अंतिम दिन संघ प्रमुख ने एक घंटे की बौद्धिक कार्यशाला में स्वयंसेवकों को शाखाओं में अधिक जाने पर जोर दिया। कहा कि हमें प्रत्येक दिन शाखा में जाना चाहिए। प्रत्येक दिन नहीं तो प्रत्येक सप्ताह या उससे भी ना हो माह में एक बार। अगर उससे भी ना हो तो संघ के मूल 6 कार्यक्रमों और ऐसी बौद्धिक कार्यशाला में निश्चित भाग लेना चाहिए। अच्छी चीजों को आदतों में शामिल करना चाहिए।
संघ प्रमुख ने कहा कि देश की विपदा में स्वयंसेवक हर वक्त मौजूद रहते हैं। उन्होंने भारत-चीन के युद्ध की भी चर्चा की। जब चीन से हमारा युद्ध हुआ तो सिक्किम सीमा क्षेत्र तेजपुर से पुलिस-प्रशासन भाग खड़ी हुई। उस समय संघ के स्वयंसेवक सीमा पर मिलिट्री फोर्स के आने तक डटे रहे। स्वयंसेवकों को जब जो जिम्मेवारी मिली उसे बखूबी निभाया। आज भी देश को जरूरत पड़े और संविधान इजाजत दे तो तीन दिनों में स्वयंसेवकों की सेना तैयार हो जाएगी।