गांधीनगर :विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने सोमवार को कहा कि उसके अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया लापता हैं और उन्हें राजस्थान पुलिस अपने साथ ले गई है। महज दस दिन पहले ही तोगड़िया ने आरोप लगाया था कि भाजपा में शीर्ष बैठा व्यक्ति उन्हें हत्या के एक मामले में फंसाने की कोशिश कर रहा है।
पुलिस ने तोगड़िया की गिरफ्तारी से साफ शब्दों में इनकार किया है।विहिप के लगभग पचास कार्यकर्ताओं ने सोमवार को यह कहते हुए अहमदाबाद के एक थाने पर हंगामा किया कि गुजरात पुलिस ने राजस्थान की पुलिस के साथ मिलकर विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को अपनी हिरासत में लिया है। उनका कहना है कि तोगड़िया को दस साल पुराने हत्या के एक मामले में हिरासत में लिया गया है।
कार्यकर्ताओं ने सोला पुलिस थाने पर हंगामा किया। उनका आरोप है कि सोला पुलिस ने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर अहमदाबाद के पाल्दी में स्थित संगठन मुख्यालय से तोगड़िया को गिरफ्तार किया है। उन्होंने जानना चाहा कि तोगड़िया कहां पर हैं।
विहिप की अहमदाबाद शहर इकाई के महासचिव राजू पटेल ने कहा, हमें पूरा विश्वास है कि राजस्थान पुलिस ने हमारे नेता प्रवीण तोगड़िया को गिरफ्तार किया है। वे लोग राजस्थान में दस साल पहले हुई हत्या के एक मामले में राज्य में तोगड़िया को खोज रहे थे।
राजू पटेल ने कहा, हमने गुजरात पुलिस से कहा है कि अगर तोगड़िया को गिरफ्तार नहीं किया गया है तो गुजरात पुलिस हमें बताए कि वह कहां हैं?
उन्होंने कहा, हमें डर है कि तोगड़िया को पुलिस फर्जी मुठभेड़ में जान से मार सकती है। तोगड़िया जिस तरह राम मंदिर और चुनावी वादों जैसे तमाम मुद्दों पर सरकार के रवैये के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं, सरकार में बैठे बहुत से लोग इसे पसंद नहीं करते और वे उन्हें (तोगड़िया को) खामोश करना चाहेंगे।
विहिप कार्यकर्ताओं ने पश्चिमी अहमदाबाद में व्यस्त सरखेज-गांधीनगर राजमार्ग पर यातायात बाधित करने की भी कोशिश की।
अहमदाबाद में पुलिस का कहना है कि यह सही है कि राजस्थान पुलिस तोगड़िया की तलाश में शहर में थी लेकिन वह बिना किसी गिरफ्तारी के खाली हाथ शहर से वापस चली गई है।
सोला पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर जी.एस.पटेल ने कहा, राजस्थान पुलिस के पास तोगड़िया के नाम का सर्च वारंट था। लेकिन, कोई गिरफ्तारी नहीं हुई और वे बिना किसी को गिरफ्तार किए वापस राजस्थान लौट गए। अगर विहिप कार्यकर्ता कह रहे हैं कि तोगड़िया लापता हैं, तो हम इस मामले को देखेंगे।
पांच जनवरी को तोगड़िया ने आरोप लगाया था कि 1996 में हुई हत्या के एक मामले में भाजपा में शीर्ष पर बैठा व्यक्ति उनके खिलाफ साजिश रच रहा है। मामले में अदालत द्वारा जारी समन उनके शहर में होने के बावजूद उन्हें पुलिस ने नहीं दिया।
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पुलिस ने तोगड़िया की गिरफ्तारी से साफ शब्दों में इनकार किया है।विहिप के लगभग पचास कार्यकर्ताओं ने सोमवार को यह कहते हुए अहमदाबाद के एक थाने पर हंगामा किया कि गुजरात पुलिस ने राजस्थान की पुलिस के साथ मिलकर विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को अपनी हिरासत में लिया है। उनका कहना है कि तोगड़िया को दस साल पुराने हत्या के एक मामले में हिरासत में लिया गया है।
कार्यकर्ताओं ने सोला पुलिस थाने पर हंगामा किया। उनका आरोप है कि सोला पुलिस ने राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर अहमदाबाद के पाल्दी में स्थित संगठन मुख्यालय से तोगड़िया को गिरफ्तार किया है। उन्होंने जानना चाहा कि तोगड़िया कहां पर हैं।
विहिप की अहमदाबाद शहर इकाई के महासचिव राजू पटेल ने कहा, हमें पूरा विश्वास है कि राजस्थान पुलिस ने हमारे नेता प्रवीण तोगड़िया को गिरफ्तार किया है। वे लोग राजस्थान में दस साल पहले हुई हत्या के एक मामले में राज्य में तोगड़िया को खोज रहे थे।
राजू पटेल ने कहा, हमने गुजरात पुलिस से कहा है कि अगर तोगड़िया को गिरफ्तार नहीं किया गया है तो गुजरात पुलिस हमें बताए कि वह कहां हैं?
उन्होंने कहा, हमें डर है कि तोगड़िया को पुलिस फर्जी मुठभेड़ में जान से मार सकती है। तोगड़िया जिस तरह राम मंदिर और चुनावी वादों जैसे तमाम मुद्दों पर सरकार के रवैये के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं, सरकार में बैठे बहुत से लोग इसे पसंद नहीं करते और वे उन्हें (तोगड़िया को) खामोश करना चाहेंगे।
विहिप कार्यकर्ताओं ने पश्चिमी अहमदाबाद में व्यस्त सरखेज-गांधीनगर राजमार्ग पर यातायात बाधित करने की भी कोशिश की।
अहमदाबाद में पुलिस का कहना है कि यह सही है कि राजस्थान पुलिस तोगड़िया की तलाश में शहर में थी लेकिन वह बिना किसी गिरफ्तारी के खाली हाथ शहर से वापस चली गई है।
सोला पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर जी.एस.पटेल ने कहा, राजस्थान पुलिस के पास तोगड़िया के नाम का सर्च वारंट था। लेकिन, कोई गिरफ्तारी नहीं हुई और वे बिना किसी को गिरफ्तार किए वापस राजस्थान लौट गए। अगर विहिप कार्यकर्ता कह रहे हैं कि तोगड़िया लापता हैं, तो हम इस मामले को देखेंगे।
पांच जनवरी को तोगड़िया ने आरोप लगाया था कि 1996 में हुई हत्या के एक मामले में भाजपा में शीर्ष पर बैठा व्यक्ति उनके खिलाफ साजिश रच रहा है। मामले में अदालत द्वारा जारी समन उनके शहर में होने के बावजूद उन्हें पुलिस ने नहीं दिया।
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