नई दिल्ली : हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहानी वानी के मारे माने के बाद से कश्मीर में चल रही हिंसा के बीच जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर घाटी में हालात पर चर्चा की। मुलाकात के बाद सीएम महबूबा ने मीडिया से कहा कि पाकिस्तान हमारे लोगों को सेना पर हमले मे लिए उकसाता है। पाकिस्तान कश्मीर में हिंसा भड़का रहा है। पीएम चाहते हैं कश्मीर में खूनखराबा रूके। मुफ्ती जी कहते थे मोदी जी ही कुछ कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का भी सपना है वो इज्जत से जियें। मां की तौर पर मेरे दिल में दर्द होता है। 2008 से 2010 के के बीच जो गलत हुआ उससे हालात खराब हुये। आज कुछ गलत नहीं हो रहा है जिससे हालात बिगड़े। मोदी जी ने जो शुरू किया वह अंजाम तक पहुंचेगा। बातचीत उन्हीं से होगी जो वाकई बातचीत करना चाहते हैं। पाकिस्तान ने बातचीत का अवसर खो दिया। पाकिस्तान में भारत के गृहमंत्री के साथ जो हुआ ठीक नहीं हुआ। पाकिस्तान ने राजनाथ सिंह की इज्जत नहीं की। अलगाववादी हमें लोगों की जान बचाने में मदद करें। कश्मीर में जो मर रहे हैं हमारे बच्चे हैं। कुछ लोग कश्मीर हिंसा का कारोबार कर रहे हैं। घाटी में सभी पार्टियां अमन चाहती हैं। सबसे बातचीत के लिए बेहतर माहौल तैयार करना जरूरी। भटके हुए बच्चे को रास्ते पर लाने के लिए हमारी मदद कीजिये।
हाल में केंद्र की ओर से मुख्यमंत्री को स्पष्ट संदेश दिया गया है कि वह राज्य में बढ़ती अशांति पर नियंत्रण करें। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हिंसा के दौर पर विराम लगाने के लिए महबूबा को कुछ चीजों के बारे में स्पष्ट तौर पर बता दिया गया है। राज्य में हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 67 लोगों की मौत हो चुकी है। इस सप्ताह की शुरुआत में मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाले राज्य के विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की थी।
इस बैठक के बाद मोदी ने कश्मीर की स्थिति को लेकर ‘गहरी चिंता और दुख व्यक्त’ किया था और जम्मू-कश्मीर की समस्या का एक ‘स्थायी और दीर्घकालिक’ समाधान तलाशने के लिए सभी राजनीतिक दलों से एक साथ मिल कर काम करने का आह्वान किया था। बीते आठ जुलाई को बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में हिंसक प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया था। महबूबा ने सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बचाव किया था।